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मैक्लोडगंज में तिब्बती सामाजिक कार्यकर्ता की संदिग्‍ध मौत, हत्‍या या हादसा, जांच में जुटी पुलिस

मैक्लोडगंज में तिब्बती युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, सिर पर चोट के निशान मिले
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा, जांच शुरू
तिब्बती समुदाय ने जताया दुख, निष्पक्ष जांच की मांग की



धर्मशाला के मैक्लोडगंज क्षेत्र में मंगलवार देर रात एक तिब्बती युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने पूरे इलाके को सन्न कर दिया। मृतक की पहचान 38 वर्षीय लोबसांग सेरिंग के रूप में हुई है, जो मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के बद्दी का रहने वाला था और पिछले तीन वर्षों से मैक्लोडगंज में सामाजिक कार्यों से जुड़ा हुआ था।

जानकारी के अनुसार, देर रात तिब्बतियन वेलफेयर ऑफिस के पास लोबसांग सेरिंग घायल अवस्था में पड़ा मिला। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने उसे जोनल अस्पताल धर्मशाला पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया

पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतक के सिर पर गंभीर चोट के निशान पाए गए हैं। हालांकि मैक्लोडगंज थाना प्रभारी के अनुसार, प्रारंभिक जांच में किसी झगड़े या हमले के स्पष्ट प्रमाण नहीं मिले हैं। फिलहाल पुलिस ने संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला दर्ज कर विभिन्न पहलुओं से जांच शुरू कर दी है।

एएसपी कांगड़ा बीर बहादुर सिंह ने बताया कि मौत के सटीक कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल पाएगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है ताकि कोई भी तथ्य छूट न जाए।

इस घटना से स्थानीय तिब्बती समुदाय में गहरा दुःख और चिंता का माहौल है। समुदाय के सदस्यों ने पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है। लोगों का कहना है कि लोबसांग सेरिंग एक शांत, सहयोगी और सामाजिक व्यक्ति थे, जो हमेशा दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहते थे।

फिलहाल पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और मृतक के दोस्तों व परिचितों से पूछताछ की जा रही है ताकि घटनाक्रम की सच्चाई सामने आ सके।